Tuesday, October 4, 2011

Jhoot Hi Kah Do..












Jhoot Hi Kah Do..

Per Ek Baar Kah Do, Ke Tum Mere Ho..!!!

किस ने कहा...


किस ने कहा ,किस से कहा ,ये सब कहाँ अब याद है....
दिल ही ज़रा बर्बाद है,बाकी तो सब आबाद है....
~ डॉ. कुमार विश्वास

Monday, October 3, 2011

महफ़िल-महफ़िल..


महफ़िल-महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है,
खुद ही खुद को समझाना तो पड़ता है...
~ डॉ. कुमार विश्वास

उसे मैं याद आता हूँ मगर फुर्सत के लम्हों में...
मगर ये बात भी सच है उसे फुर्सत नही मिलती ...